आहार के पोषक तत्वों के मुख्य स्रोत ,कार्य और न्यूनता पर प्रभाव
पोषक तत्व :- कार्बोहाईड्रेटस
स्रोत :-
अनाज वाले खाद्य पदार्थ में अधिकाधिक रूप से मन्द (STARCH) और गन्ना तथा ग्लूकोस विशुद्ध है ,आलू तथा कंद -जातीय सबजिया
कार्य
१- ये शरीर को उर्जा प्रदान करने वाले मुख्य स्रोत है
2-मन्द के रुपमे "सचित इंधन " का कार्य करते है .
३-वसा में बदलकर "संचित भोजन " का काम करते है
४:-RNA तथा DNA के घटक होते है
5:-ये शर्करा ओ के रूप में उर्जा उत्पादन के लिए इंधन का काम करते है
न्यूनता पर प्रभाव
सुस्ती ,थकावट ,दुर्बलता ,वजन कम हो जाना
पोषक तत्व :- प्रोटीन
स्रोत :-
सभी प्रकार की दाले ,दूध पनीर ,मांस ,मछली .अंडा .सूखे मेवे आदि
कार्य :-
१:-ये जीवद्रव्य के भौतिक दशाओ (सोल-SOL तथा जेल -JEL ) का नियंत्रण करती है |
2:-कोशिकाओ के विभिन्न अंगको (ORGANELLES) की रचना में प्रमुख भाग लेते है |
३:-वृद्धि तथा मरम्मत के लिए (ANABOLISM) आवश्यक होती है
४:- होर्मोन्स के संस्लेषण में भाग लेती है
५:-उपापचयी प्रतिक्रिया ओ में रासायनिक उत्प्रेरक का कार्य करती है ,
६:-हिमोग्लोबिन के रूप में ये शरीर में गैसीय संवहन करती है
७:-एंटिबोडीज के रूप में शरीर की सुरक्षा करती है .
८:- न्यूकलीप्रोटीन्स आनुवंशिक लक्षणों के विकास और वंशागति का नियंत्रण करती है
न्यूनता पर प्रभाव
दुर्बलता .वजन कम होना मानसिक तथा शारीरिक वृद्धि में कमी ,बार -बार अवस्थ होना ,द्रष्टि का कमजोर हो जाना ,बच्चो में कवासीओरकोर रोग (KWASHIORKOR DISEASE )
पोषक तत्व :- वसा
स्रोत :-
घी ,तेल, मछली ,के यकृत का तेल चर्बी ,मूंगफली ,मख्खन ,दूध , दही ,क्रीम ,सूखे मेवे आदि
कार्य :-
१:-उर्जा उत्पादन के लिए ये इंधन का कार्य करता है |
२:-इनका महत्व संचित भोजन के रुपमे अधिक होता है
३:-वसीय उत्तको के रुपमे ताप -नियंत्रण और सुरक्षा में सहायक करती है |
४:-आवश्यकता पड़ने पर कार्बोहाईड्रेटस में परिवर्तित हो जाती है |
५:-कुछ वसाए कोशिका कला तथा अन्य ज़िल्लियो की रचना में भाग लेती है |
६:-व्युत्पन्न वसाए विटामिन "डी" तथा अनेक हारमोंस के संयोजन में भाग लेती है |
न्यूनता के लक्षण
दुर्बलता ,वजन में कमी ,थकावट, सुस्ती स्तंभित वृद्धि |
अधिक जानकारी के लिए प्रतीक्षा करे .............
पोषक तत्व :- कार्बोहाईड्रेटस
स्रोत :-
अनाज वाले खाद्य पदार्थ में अधिकाधिक रूप से मन्द (STARCH) और गन्ना तथा ग्लूकोस विशुद्ध है ,आलू तथा कंद -जातीय सबजिया
कार्य
१- ये शरीर को उर्जा प्रदान करने वाले मुख्य स्रोत है
2-मन्द के रुपमे "सचित इंधन " का कार्य करते है .
३-वसा में बदलकर "संचित भोजन " का काम करते है
४:-RNA तथा DNA के घटक होते है
5:-ये शर्करा ओ के रूप में उर्जा उत्पादन के लिए इंधन का काम करते है
न्यूनता पर प्रभाव
सुस्ती ,थकावट ,दुर्बलता ,वजन कम हो जाना
पोषक तत्व :- प्रोटीन
स्रोत :-
सभी प्रकार की दाले ,दूध पनीर ,मांस ,मछली .अंडा .सूखे मेवे आदि
कार्य :-
१:-ये जीवद्रव्य के भौतिक दशाओ (सोल-SOL तथा जेल -JEL ) का नियंत्रण करती है |
2:-कोशिकाओ के विभिन्न अंगको (ORGANELLES) की रचना में प्रमुख भाग लेते है |
३:-वृद्धि तथा मरम्मत के लिए (ANABOLISM) आवश्यक होती है
४:- होर्मोन्स के संस्लेषण में भाग लेती है
५:-उपापचयी प्रतिक्रिया ओ में रासायनिक उत्प्रेरक का कार्य करती है ,
६:-हिमोग्लोबिन के रूप में ये शरीर में गैसीय संवहन करती है
७:-एंटिबोडीज के रूप में शरीर की सुरक्षा करती है .
८:- न्यूकलीप्रोटीन्स आनुवंशिक लक्षणों के विकास और वंशागति का नियंत्रण करती है
न्यूनता पर प्रभाव
दुर्बलता .वजन कम होना मानसिक तथा शारीरिक वृद्धि में कमी ,बार -बार अवस्थ होना ,द्रष्टि का कमजोर हो जाना ,बच्चो में कवासीओरकोर रोग (KWASHIORKOR DISEASE )
पोषक तत्व :- वसा
स्रोत :-
घी ,तेल, मछली ,के यकृत का तेल चर्बी ,मूंगफली ,मख्खन ,दूध , दही ,क्रीम ,सूखे मेवे आदि
कार्य :-
१:-उर्जा उत्पादन के लिए ये इंधन का कार्य करता है |
२:-इनका महत्व संचित भोजन के रुपमे अधिक होता है
३:-वसीय उत्तको के रुपमे ताप -नियंत्रण और सुरक्षा में सहायक करती है |
४:-आवश्यकता पड़ने पर कार्बोहाईड्रेटस में परिवर्तित हो जाती है |
५:-कुछ वसाए कोशिका कला तथा अन्य ज़िल्लियो की रचना में भाग लेती है |
६:-व्युत्पन्न वसाए विटामिन "डी" तथा अनेक हारमोंस के संयोजन में भाग लेती है |
न्यूनता के लक्षण
दुर्बलता ,वजन में कमी ,थकावट, सुस्ती स्तंभित वृद्धि |
अधिक जानकारी के लिए प्रतीक्षा करे .............
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