2012 में पृथ्वी का नाश नही होगा !
माया नामकी सभ्यता प्राचीन समय में पृथ्वी के किसी भी स्थान में नही हुई है ! विश्व के इतिहास में भी उसका उल्लेख नही है । दुनिया के किसी भी देश में माया सभ्यता का उल्लेख नहीं मिलता है ।
ग्रहों की स्थिति स्थिति भी अच्छी है ,वेदों में भी २०१२ में पृथ्वी के विनाश की बात नहीं मिलती है । प्राचीन शाश्त्रो में भी २०१२ में विनाश का वर्णन नही मिलता है ।
प्राचीन ग्रंथो में जो प्रलय की बात बात बताई गई है वः इस प्रकार है ।
इन्सान की ऊंचाई एक वेंत की होगी अर्थात {नव इंच} और कैलास मानसरोवर में जल ख़तम हो जाएगा तब पृथ्वी का विनाश होगा ।
इस बात को समजे तो अभी इन्सान की ऊंचाई एक वेत की नहीं हुई है और कैलास मानसरोवर का जल ख़तम नहीं हुआ है इस लिए २०१२ में प्रलय नहीं होगा ।
प्रलय के बाद सतयुग आयेगा और इन्सान की ऊंचाई 18 फीट होगी !
!माता -पिता ने जन्म इस लोकमें दिया है मगर बच्चे के लिए दूध की व्यवस्था किसने की ?
दूध तो आपने पिया मगर पचाने का काम किसने किया ?
जन्म हुआ तब एक फीट का था 20 सालमे 5 फीट किसने किया ?
बच्चा किसने बनाया ,? जवान किसने बनाया ?,बुड्ढा किसने बनाया ?
आपके लिए पानी की व्यवस्था किसने की ? आप तो पृथ्वी के अंदर कुप बनाकर पानी निकाल शकते हो मगर आकाश से करोड़ो कूप का जल वारिस के रूप में कौन गिराता है ?
इन्सान से कभी भी हवा ,पानी ,अग्नि ,पृथ्वी ,आकाश नही बन शकता है तो ये सब किसने बनाया ? क्या ये सब दुनिया का बड़े से बड़ा इन्सान बना शकता है ? यदि इन्सान ये सब कुछ नही बना शकता तो आप इन्सान की पूजा क्यों करते हो ?
इस प्रश्नों के उत्तर आप को मिले तो हमे अवश्य इमेल करना मेरे मित्रो ।
कलियुग की शरुआत में इन्सान प्रकृति के मुलभुत तत्वों को भूलकर इन्सान को भगवान मानने लगेगा .पापी इंसानों को गुरु मानकर प्रकृति के मूल तत्वों की उपेक्षा करने लगेगा तब कलयुग की शरुआत हो जाएगी /पृथ्वी पर ऐसे हजारो गुरु होंगे और ये गुरुए अपनी सर्वोपरिता बनाये रखने के लिय्रे दुसरे गुरुओ की निन्दा करने के लिए और अपने शिष्यों को भडकाऊ भाषण देने लगेंगे और वर - जहर के बिज बो देंगे पाखंडी गुरुओ की वजह से इन्सान आपसमे लड़ाई जगडा करेंगे इस लड़ाई के कारण हजारो लोग मरेंगे ,हजारो लोग लापत्ता होजाएंगे ,हजारो लोग बेघर होजाएंगे !
हिन्दू और मुस्लिम आपसमे एक दुसरे को दुश्मन मानेगे । इस्लामी और इसाइयों के बिच हथियारो से युद्ध होगा । तब कलियुग के 1500 साल बीत चुके होंगे । धिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे champaklalguru.blogspot.com
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